गुजरात में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रिकार्ड जीत हासिल कर ली है। ये गुजरात विधान सभा चुनाव के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है इस जीत से एक बार फिर लोगों के बीच ये संदेश गया कि पीएम मोदी आज भी ब्रांड मोदी हैं।
समाज में कुछ समय बाद बदलाव आता है ये बदलाव कई तरह के सपने लेकर लाता है। ये बात राजनीति में भी लागू होती है। देश में इलेक्शन होना सामूहिक सपनों को साकार करने का एक जरिया है। पिछले कुछ सालों से पूरे देश में इसको लेकर बात होती है। इसके प्रतीक के रूप में नरेन्द्र मोदी ऐसी शख्सियत है जो नए दौर में नए ब्रांड की तरह स्थापित हुए है। 2014 में ब्रांड मोदी के विकास और ‘अच्छे दिन’ के सुहाने सपनों ने मतदाताओं के एक बड़े वर्ग को अपनी ओर आकर्षित किया। लिहाजा, एक नया इतिहास रचा गया। लोगों के दिलों में ब्रांड मोदी का जादू ऐसे चला कि बड़े से बड़े राजनीतिक दिग्गज उनके सामने नहीं टिक सका। गुजरात में बीजेपी की रिकार्ड जीत की बड़ी वजह ब्रांड मोदी ही है। गुजरात विधानसभा के चुनाव में किसी भी दल की ये अबतक की सबसे बड़ी जीत थी। इससे पहले साल 1985 में कांग्रेस ने विधानसभा के चुनाव में माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व में 149 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
बीजेपी गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत गई। साल 1995 से बीजेपी के अबतक हुए सभी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। गुजरात में किसी भी स्थानीय नेता से ज्यादा अभी भी मोदी ही लोगों के दिलों में राज करते है। पीएम मोदी ऐसे नेता के तौर पर उभरे जिनकी लोकप्रियता समय दर समय बढ़ी है। उनकी लोकप्रियता लंबे समय तक बने रहने कारण सत्ता में लंबे समय तक बने रहने से है। गुजरात में लंबे समय तक सीएम रहे। 2014 से देश के पीएम के पद पर हैं। मोदी अब जन-मन के नेता हो गए है। जनता को बीजेपी और उनकी पार्टी के विधायकों से दिक्कत हो सकती है। लेकिन मोदी पर लोगों का भरोसा है। अपने गृह राज्य गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने 31 रैलियां व तीन रोड शो किए। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से निवेदन किया कि वह भूप्रेंद्र के नेतृत्व में नरेंद्र का रिकार्ड तोड़ दें। और ये हुआ भी। मतदाताओं ने पीएम मोदी की बात सुनी। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष माल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी को रावण कह कर संबोधित किया। जिस बात से मोदी के चाहने वाल नाराज हुए। इसका अगले दिन हुई दूसरे चरण की वोटिंग में बीजेपी को फायदा मिला। साल 2002 में मोदी जब मुख्यमंत्री थे, तब भाजपा ने 127 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्रांड मोदी के आगे कांग्रेस गुजरात में सिमट गई। वहीं केजरीवाल की झाड़ू नहीं चल पाई।
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