इस वक्त ठंड की विदाई हो रही है और गर्मी धीरे-धीरे अपने पैर जमा रही है। इस बदलते मौसम में कोई न कोई नई बीमारी का खतरा भी रहता है। पिछले दो-तीन सालों में कोरोना का असर पूरी दुनिया में देखने को मिला। अब एक नए वायरस ने कोहराम मचाया हुआ है। जिनसे भारत के साथ करीब 35 देशों के एक हजार से ज्यादा बच्चों को बीमार कर दिया है।
एडेनो नाम का ये वायरस बच्चों में फैल रहा है। इंडिया में पिछले कुछ वक्त से पश्चिम बंगाल में इस वायरस का कहर देखने को मिल रहा है। यहां बच्चों में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के सैंपल में 32 फीसदी ऐसे सैंपल्स थे जिसमें इस वायरस को पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल में जो बच्चे भर्ती हो रहे हैं उनमें सबसे ज्यादा एडेनोवायरस से संक्रमित हैं।
न्यूज पेपर ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में एडेनोवायरस से संक्रमित छह महीने के बच्चे और ढाई साल की बच्ची की भी मौत हो गई।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 35 देशों में एक हजार से ज्यादा बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो चुके है और करीब 22 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस वायरस पहली बार 05 अप्रैल साल 2022 को पता चला था। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा 334 मामले अमेरिका में और उसके बाद 272 मामले यूके में देखने को मिले। अभी इंडिया में केवल पश्चिम बंगाल में ही इस वायरस ने पांव फैलाए हैं।
एक्सपर्ट कहते हैं कि, एडेनोवायरस, वायरस का एक बड़ा समूह है जो जानवरों के साथ-साथ इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। इनको ये नाम एडेनोइड्स यानी छाले से मिला है। ये वायरस कम से कम सात तरह का होता है। इनमें से दो प्रकार में जेनेटिक वेरिएंट होते हैं।
ठीक वैसे ही जैसे हम कोरोना वायरस और अन्य वायरस में देखते हैं। ये वायरस किसी भी उम्र के लोगों को बीमार कर सकता है। लेकिन ये पांच साल से कम उम्र के बच्चों में तेजी से फैलता हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, एडेनोवायरस आपके शरीर को हल्के से लेकर गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। रेस्पिरेटरी सिस्टम की खराब कर सकता है यानी सांस लेने में सबसे ज्यादा दिक्कत हो सकती है। तेज बुखार हो सकता है। खांसी, गले में खराश, जुकाम, दस्त, उल्टी भी हो सकती है। आपको भूख नहीं लग रही हैं तो आप इस वायरस से संक्रमित हो सकते है।
अगर बुखार तीन दिनों से ज्यादा तक रहता है और आपको सांस लेने में दिक्कत लगती है तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। ये कोरोना वायरस की तरह ही किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है। जैसे लोगों के संपर्क में आने से, हवा-पानी के जरिए या किसी भी चीज को छूने से फैल सकता है। अभी इसका कोई इलाज नहीं है। बचाव के लिए आप मास्क पहनें, हाथों को साफ रखें और कोरोना की गाइडलाइन को फॉलो कर करें।
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