पीएम नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर विश्व के सबसे बड़े रेलवे प्लेटफार्म का उद्घाटन किया, जो कि कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में है। पीएम मोदी का कर्नाटक का ये छठवां दौरा है। राज्य में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री ने विश्व का सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफार्म देश को समर्पित किया है। इस प्लेटफार्म की तस्वीर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने ट्विटर पर साझा की। ये प्लेटफॉर्म इतना लंबा है कि एक छोर से दूसरे छोर तक जाते-जाते आपके पांव थक जाएंगे लेकिन ये खत्म नहीं होगा। वैसे तो दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन और प्लेटफॉर्म का खिताब पहले से ही भारत के नाम है। आज हम बात करेंगे कि इससे पहले किस प्लेटफार्म के नाम था ये रिकार्ड और दुनिया के 10 प्लेटफार्म्स के बारे में.
भारतीय रेलवे का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। 1853 को जब पहली बार मुंबई से थाणे के बीच रेल चलाई गई। तब से लेकर अब तक भारतीय रेलवे ने बहुत तरक्की की है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि भारतीय रेलवे आज दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क बन चुका है। इतना ही नहीं दुनिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म का खिताब भी भारत के नाम है। कर्नाटक में बने इस 1507 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म को लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। ये दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म होगा, जो कि श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर बनाया गया है। इस प्लेटफॉर्म का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल किया गया है। हुबली रेलवे स्टेशन कर्नाटक के दूसरे सबसे बिज़ी रेलवे स्टेशनों में शामिल है। ये स्टेशन हुबली से बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई और गोवा को कनेक्ट करता है। दुनिया के दस सबसे बड़े रेलवे प्लेटफॉर्म में 2 यूपी में हैं। पहला गोरखपुर के गोरखपुर जंक्शन पर है। जो अब तक विश्व का सबसे बड़ा प्लेटफार्म भी था, लेकिन अब दूसरे नंबर पर है। ये जंक्शन नॉर्थ-ईस्टर्न रेलवे के तहत आता है। इस प्लेटफॉर्म के रि-मॉडलिंग का काम अक्टूबर 2013 में पूरा हुआ था। जिसके बाद इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था। इस रेलवे जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 और 2 की लंबाई मिलाकर टोटल 1366.4 मीटर है। जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जंक्शन के इस प्लेटफॉर्म की लंबाई इतनी ज्यादा है कि 26 डिब्बों वाली 2 ट्रेनों को एक साथ यहां पर खड़ा किया जा सकता है। और करीब 170 ट्रेनें रोजाना इस जंक्शन से होकर गुजरती हैं। दूसरा है झांसी जंक्शन रेलवे स्टेशन... जो कि यूपी का दूसरा और दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म की सूची में 8वें स्थान पर है। इसकी लंबाई लगभग 770 मीटर है व यहां कुल प्लेटफॉर्म की संख्या 7 हैं। और एक जरूरी बात पहली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली से झांसी के बीच ही चली थी।
अब बात करते हैं दुनिया के 10 सबसे लंबे प्लेटफॉर्म्स और उनकी लंबाई की। पहले नंबर पर है कर्नाटक का हुबली धारवाड़ जिसकी लंबाई 1507 मीटर है। दूसरे नंबर पर है यूपी का गोरखपुर जंक्शन जिसकी कुल लंबाई 1366.33 मीटर है। तीसरा है केरल का कोल्लम जिसकी लंबाई 1180.5 मीटर है। चौथा है पश्चिम बंगाल का खड़गपुर रेलवे स्टेशन जिसकी कुल लंबाई 1072.5 मीटर है। पांचवें नंबर पर आता है यूएस का शिकागो स्टेशन जिसकी कुल लंबाई 1067 मीटर है। छठे नंबर पर है छत्तीसगढ़ का बिलासपुर स्टेशन जिसकी कुल लंबाई 802 मीटर है। सातवें नंबर पर आता है यूके का शेरेटन शटल टर्मिनल फोकस्टोन जिसकी कुल लंबाई 791 मीटर है। आठवें नंबर पर आता है यूपी का झांसी रेलवे स्टेशन जिसकी लंबाई 770 मीटर है। नवें नंबर पर है वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया का पर्थ स्टेशन जिसकी लंबाई भी 770 मीटर है। दसवें नंबर पर आता है वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया का कैलगूर्ली स्टेशन जिसकी कुल लंबाई 760 मीटर है।
Comment
0 comment